इंडस्ट्री एक्सपर्ट के अनुसार पिछले कुछ सालों में ही दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीममत में 15 से 130 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है. पेरासिटामोल 130 प्रतिशत तक और एक्सीसिएंट्स का दाम 18-262% बढ़ गया है. बढ़ती महंगाई के बीच जनता को एक और झटका लगने वाला है. आने वाली 1 अप्रैल से जरूरी दवाओं के दाम बढ़ने वाले हैं. इसमें पेनकिलर्स से लेकर एंटीबायोटिक तक शामिल हैं. ऐसे में आम जनता जो पहले से ही महंगाई की मार झेल रही थी उसकी जेब पर बोझ और बढ़ जाएगा. एसेंशियल यानी जरूरी दवाओं की बात करें तो इसमें पेनकिलर्स, एंटीबायोटिक, दिल की 800 दवाएं शामिल हैं. एक अप्रैल से इन सब दवाओं के दाम बढ़ने वाले हैं. दरअसल, दरअसल सरकार दवा कंपनियों को एनुअल होलसेल प्राइज इंडेक्स (WPI) में बदलाव के अनुरूप बढ़ोतरी की अनुमति देने के लिए पूरी तरह तैयार है. जानकारी के मुताबिक, बढ़ती महंगाई को देखते हुए फार्मा इंडस्ट्री दवाओं की कीमत बढ़ाए जाने की मांग कर रही थी.