खेलाड़ी के लिए दोहरी शतक वानाना एक बहुत वड़ी उपलध्बि होती हैं इस आंकड़े को हासिल करना ठीक वैसे ही होता हैं, जैसे किसी गेंदबाज के लिए मैच में 10 विकेट लेना हो. पहले यह करनामा सिर्फ रेड बाँल क्रेिकेट में ही होता था लेकिन आधुनिक बल्लेवाजों ने इसे वनडे क्रिकेट में भी संभव बना दिया बात कि जाए अगर फर्स्ट क्लास क्रिकेट की तो कइ धाकड़ बल्लेबाज दोहरा शतक लागाने के मामले में आगे रहे आोर इसमें अगर टाँप 5 बल्लेवाजों का जिक्र किया जाए तो भारतीय खेलाड़ी चेतेक्ष्वर पुजारा भी लिस्ट हिस्सा बन चुके हैं ।